पता नहीं क्या मुहब्बत का तुम्हारे लिए पैमाना है,
कभी पलट के मिले समझने की फुर्सत तुम्हे गर तो.
समझ लेना तुमने कभी ना सच्चाई को पहचाना है,
सिर्फ पाने लेने के लिए तुम्हें तो शायद पूरा जमाना है.
पर ये आशिक तो बिन हाथ लगाये भी तेरा दीवाना है,
सच्ची मुहब्बत करता है तुम्हे यही इसका अफ़साना है.
तुम जो साथ दो मेरा तो जिन्दगी भी तुम्हे ही बनाना है,
साँसों से बड़ी चाहत का रिश्ता तुमसे एक निभाना है.
©100rb
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बहुत खूब।
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आपका तहेदिल से धन्यवाद मधुसुदन जी
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Nice…
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thanks poonam ji
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