इस जन्म का ये बंधन नहीं लगता !
सावन की आयी जो बहार है !
छाया तेरी अंखियों में प्यार है !!
लबो पे दिल की बात आने तो दे !
मेरे दिल को भी तेरा इन्तजार है !!
गौर से देखते हैं तुम्हे फूलों में !
तुम्हारा ही चेहरा नजर आता है !!
पलकें उठा के देखें जब आसमां में !
तुमसे मिलने को दिल तड़प जाता है !!
बरस जाने दे मुहब्बत को अपनी !
कब से रूह हमारी भी बेक़रार है !!
इस जन्म का ये बंधन नहीं लगता !
जाने कब से हमें तेरा इन्तजार है !!
©100rb
A great thanks to all of you
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बहुत खूब !!
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Thanks ji
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😊😊
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गौर से देखते हैं तुम्हे फूलों में !
तुम्हारा ही चेहरा नजर आता है !!👌👌👌👌
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धन्यवाद मधुसुदन जी
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