
धोखा देकर खुद को हुनरबाज ना समझ ।
तेरा हुनर तो मेरे भरोसे का आधा था ।
तू सिर्फ इसलिए कामयाब रहा क्यूंकि।
हमें तुझसे ईश्क ज्यादा था ।
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Published by 100rb (realoveforever)
"kuch najar nahi aata ek uske sivay"
इस ब्लॉग पर प्रकाशित रचनाओं का किसी दूसरी
जगह उपयोग कॉपीराइट एक्ट का उलंघन होगा !
ऐसा करने के लिए मेरी पूर्व सहमती अनिवार्य है !
Dont try to copy, paste, publish any material of my blog anywhere without my permission.
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Strong and lovely.
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Thank you Sarkar ji
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लाजवाब—बहुत खूब वैसे—-
प्रेम करनेवाला धोखेबाज को समझता है,
पलपल की उसकी हर चाल भी समझता है,
फिर वो पाक दिल प्यार किया करता है,
धोखेवाले दिन का,इंतजार किया करता है,
फिर वो पाक दिल प्यार किया करता है।
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thank you Madhusudan ji par bharose ke baad chalo dhayan hi kaun diya karta hai janab
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शानदार—बहुत खूब वैसे–
प्रेम करनेवाला धोखेबाज को समझता है,
पलपल की उसकी हर चाल भी समझता है,
फिर वो पाक दिल प्यार किया करता है,
धोखेवाले दिन का,इंतजार किया करता है,
फिर वो पाक दिल प्यार किया करता है।
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thanks for like Madhusudan ji
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