दिल मेरा बेहिसाब खामोश रहता है ! मगर मुझसे ये कहाँ चुप रहता है !! अक्सर चीखती है खामोशियां मेरी ! बस आँखों से सैलाब बहता रहता है !! ऐ दिल दुनिया को जब कदर नही ! फिर तू किसके लिए बेजुबां रहता है !! तेरे पास खुले हुए है तमाम रास्ते ! तू क्यू … Continue reading udas rahta hai..